आँखें
इंसानी जज्बातों का आईना हैं ये आँखें ,
दिल में छुपी शरारतों का आधार हैं ये आँखें,
ख़ामोशी की जुबाँ बोलती हैं ये आँखें ,
ना कहते हुए भी सब कह जाती हैं ये आँखें,
प्यार का सागर हैं ये आँखें ,
दिल की खामोश जुबाँ हैं ये आँखें,
इन आँखों पर कौन फ़िदा नहीं ,
इन आँखों से कोई जुदा नहीं,
जो बात दिल की ना सुनायी दें ,
जो बात लबों से ना बताई जाएं,
उन बातों की रहनुमा हैं ये आँखें ,
अनजानी राहों में नादानी कर जाती हैं ये आँखें ,
संसार में सबसे अनजानी हैं ये आँखें।