Merikalamse

हमारे बारे में

merikalamse.inमें आपका स्वागत है। मैं हेमा आर्या शिल्पी, और यह ब्लॉग मेरी एक छोटी सी कोशिश है, जहाँ मैं अपने विचारों को शब्दों के माध्यम से आप तक पहुँचाती हूँ। इस मंच पर मैं सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करती हूँ, ताकि लोगों में जागरूकता फैलाई जा सके और वे सही-गलत का अंतर समझ सकें।
merikalamse.in पर आपको हिंदी साहित्य, हमारी धरोहर, प्रसिद्ध लेखकों, प्रकृति, हमारी परंपराओं और विश्वासों पर लेख मिलेंगे। साथ ही, धार्मिक और पर्यटन स्थलों की सांस्कृतिक महत्ता को भी मैं यहाँ साझा करती हूँ। आइए, इस ज्ञान और विचारों की यात्रा में मेरे साथ जुड़ें, और हमारे समाज को बेहतर समझने का प्रयास करें।

मैं कौन हूँ ?

मैं हेमा आर्या शिल्पी, उत्तराखंड के खूबसूरत जिले अल्मोड़ा की रहने वाली हूँ। मेरी उम्र 41 वर्ष है। हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर की पढ़ाई मैंने कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल से पूरी की है और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से बी.एड. किया है। इसके अलावा, मैंने उत्तराखंड से टीईटी परीक्षा भी उत्तीर्ण की है।
मुझे लेखन का गहरा शौक है। कविता, कहानियाँ और लेख लिखना मेरी रुचियों में शामिल है। शब्दों के माध्यम से अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करना मुझे बेहद प्रिय है। मेरी साहित्यिक रुचि और योगदान के कारण मैं “अंतर्राष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति मंच” और “उत्तराखंड साहित्य अर्पण शाखा” की सदस्य हूँ। इन मंचों के माध्यम से मैं साहित्य और संस्कृति की सेवा में योगदान देती हूँ।
मेरे लेखन का उद्देश्य केवल स्वयं को व्यक्त करना नहीं है,इससे आगे एक कलमकार होने के नाते समाज को एक नई दृष्टि एक नया दृष्टिकोण देना मेरा पहला कवि हैं
तथा साथ ही उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को साझा करना है। लेखन मेरे लिए एक निरंतर सीखने और अपनी रचनात्मकता को प्रकट करने का माध्यम है।
Scroll to Top