गज़ल
गज़ल बहर – 212 212 212 212 काफिया – अने (व्यंजन काफिया) रदीफ़ – लगी वक्त ने जब कहा मैं […]
उत्तराखंड के कई प्रसिद्ध लोक पर्वों में से एक पर्व “फूलदेई” का भी होता है। फूलदेई का त्यौहार प्रतिवर्ष चैत्र
कैसे दे दूं एक दिवस की, मैं अनंत बधाई तुमको। कैसे कहूं महिला दिवस की, हैं अशेष शुभकामना तुमको। नहीं
काश मैं होती लिखने बैठी आज अचानक , सोचा मेरी चाहत हैं क्या। क्या इच्छा हैं दिल की मेरी , इन
शब्द भाव जब मिले वक्त कुछ तन्हा सा था,खामोशी कुछ कहने लगी।कवि मन बेकल हुआ,मन में एक आस जगी।आस भाव