Merikalamse

घोंसला

                                                       घौंसला 

ghaunsala, chidiya ka gharaunda

 

तिनका -तिनका चुनकर चिड़िया , अपना  घौंसला  बनाती  हैं। 
 सूखे तिनकों  के उस झुरमुट में ,
अपना  घर  वो  बसाती  हैं। 
पहले अण्डे फिर नन्हें बच्चे ,
तिनकों  की  शोभा  बढ़ाते  हैं। 
ज्यौं ही निकले बच्चों के पर ,  वो आसमान में उड़ जाते हैं।
 कौन देश की थी वो चिड़िया ,
 किस जगह का था वो तिनका।  
किस  पेड़  की  डाली  थी। जिस पर घरौंदा बना था उसका। 
तिनका -तिनका ही तो जुड़कर ,
सम्पूर्ण  हुआ  था  घौंसला।  क्या थी उस चिड़िया की चाहत ,
 पर  तिनके  में  था  हौंसला। 
 क्या होगा जीवन उन तिनकों का ,
 क्या होगी तिनकों की संख्या। 
 तिनकों का जीवन ,चिड़िया की जरूरत ,
 हर तिनके पर प्रेम की व्याख्या। 
ज्यौं ही छोड़ चली चिड़िया उस वृक्ष को ,
 ज्यौं  ही छोड़ा उसने वो घरौंदा। 
 टूट  गया  तिनकों  का  जीवन ,  बिखेर गया एक हवा का झोंका। 

                                                                  ,

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